जमशेदपुर: सिख समाज की प्रतिष्ठित संस्था सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (CGPC) के अध्यक्ष सरदार भगवान सिंह और महासचिव सरदार गुरुचरण सिंह बिल्ला के खिलाफ एक महिला द्वारा यौन शोषण और अश्लील वीडियो बनाने का गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद पूरे शहर का माहौल गरमा गया है। इसी मामले को लेकर CGPC कार्यालय में एक आपातकालीन बैठक हुई, जिसमें शहर की सभी गुरुद्वारा प्रबंधक समितियों ने एकजुट होकर इस शिकायत को षड्यंत्र बताया और आरोपियों के समर्थन में खड़े हो गए।
सभी ने बैठक में कहा कि यह मामला जानबूझकर सिख समाज और उसके नेतृत्व को बदनाम करने के इरादे से उठाया गया है। उनका मानना है कि इससे सिर्फ समाज की एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। बैठक में यह भी तय किया गया कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।
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22 जुलाई को रोष मार्च का ऐलान
इस गंभीर प्रकरण को लेकर सिख समाज अब खुलकर सड़कों पर उतरने जा रहा है। 22 जुलाई, मंगलवार को सुबह 10 बजे CGPC कार्यालय से एक विशाल रोष मार्च निकाला जाएगा, जो उपायुक्त (DC) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के कार्यालय पहुंचेगा। वहां सिख समाज की ओर से ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच और तथाकथित साजिशकर्ताओं पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
महिला के CDR की जांच की मांग
इस मामले को लेकर ‘संगत सर्वोपरि’ नामक एक सामाजिक संगठन ने SSP को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि पीड़िता की CDR (कॉल डिटेल रिपोर्ट) की जांच की जाए। संगठन का कहना है कि महिला ने जो आरोप लगाए हैं, उसमें इस्तेमाल हुए मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल से सच्चाई सामने आ सकती है।
शिकायत के अनुसार महिला के मोबाइल नंबर 9798234072 पर CGPC अध्यक्ष के नंबर 9431133831 और महासचिव के नंबर 8210521392 से सामान्य कॉल और WhatsApp कॉल की बातचीत होती थी। पीड़िता का आरोप है कि उसे और उसके बेटे को षड्यंत्र के तहत जेल भेजा गया।
‘संगत सर्वोपरि’ के प्रतिनिधि कुलविंदर सिंह ने कहा कि महिला ने पहले भी एक CGPC प्रधान पर आरोप लगाकर उन्हें जेल भिजवाया था। इसलिए यह जांच जरूरी है कि इस बार आरोप में कोई सच्चाई है या फिर यह भी किसी योजना का हिस्सा है।
बैठक में कौन-कौन हुआ शामिल
आपात बैठक में CGPC अध्यक्ष भगवान सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह, अकाली दल के अध्यक्ष सुखदेव सिंह खालसा, राम किशन सिंह, रविंद्र सिंह, उपाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, मुख्य सलाहकार हरदीप सिंह समेत तमाम गुरुद्वारा कमेटियों के प्रमुख पदाधिकारी शामिल रहे। साथ ही, सेंट्रल नौजवान सभा और सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा के सदस्य भी बैठक में मौजूद रहे।
समाज में चिंता और असमंजस का माहौल
इस पूरे मामले से जमशेदपुर के सिख समाज में चिंता का माहौल बन गया है। ‘संगत सर्वोपरि’ का कहना है कि ऐसी स्थिति में सामाजिक टकराव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, इसलिए प्रशासन को समय पर सच्चाई सामने लानी चाहिए।
सिख समाज का मानना है कि CGPC का एक गौरवशाली इतिहास रहा है और इसे इस तरह से बदनाम करने की कोशिश को समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। समाज ने प्रशासन से अपील की है कि निष्पक्ष जांच के जरिए सच को सबके सामने लाया जाए और यदि कोई साजिशकर्ता है तो उसे बेनकाब किया जाए।
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