Jamshedpur Roti Bank: टेल्को इलाके की रहने वाली सिमरन कौर, जो सिर्फ 26 साल की है, पिछले 3 सालों से सांस की बीमारी से परेशान थी। बिना ऑक्सीजन के उसे सांस लेना बहुत मुश्किल हो जाता था। वो एमजीएम हॉस्पिटल में पिछले डेढ़ साल से भर्ती थी और हर वक्त ऑक्सीजन मास्क के सहारे रह रही थी।
लेकिन जब एमजीएम हॉस्पिटल की बिल्डिंग का एक हिस्सा गिरा, तो अस्पताल को डिमना शिफ्ट करने की तैयारी शुरू हुई और बहुत सारे मरीजों को छुट्टी दे दी गई। सिमरन को भी डिस्चार्ज कर दिया गया और उसका ऑक्सीजन सपोर्ट हटा लिया गया, जिससे उसकी तबीयत अचानक बहुत ज्यादा बिगड़ गई।
तब सिमरन के पापा सुरेंद्र सिंह और भाई कमलजीत सिंह ने रोटी बैंक से मदद मांगी। रोटी बैंक के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने तुरंत समाजसेविका और रोटी बैंक की सीनियर मेंबर प्रेम लता अग्रवाल से बात की और सिमरन की मदद के लिए आगे आने की अपील की।
प्रेम लता जी ने जुबिली पार्क मॉर्निंग वॉकर्स वीमेंस ग्रुप की दीदियों के साथ मिलकर एक अभियान शुरू किया, जिसका नाम रखा गया “Life Saving for Simran”। इस मुहिम के तहत ग्रुप की महिलाओं ने मिलकर लगभग ₹60,000 रुपए जमा किए और Philips कंपनी की ऑक्सीजन जनरेटर मशीन खरीद ली।
इस नेक काम में शारदा संघी, ममता अग्रवाल, ललिता चौधरी, देवी खेमका और संतोष अग्रवाल का भी बड़ा योगदान रहा।
गुरुवार को यह मशीन रोटी बैंक की तरफ से एमजीएम अस्पताल में चल रहे फूड डिस्ट्रीब्यूशन कैंप में सिमरन के पापा सुरेंद्र सिंह और भाई कमलजीत को सौंप दी गई। इस मौके पर प्रेम लता अग्रवाल, डॉ. बिनोद अग्रवाल और बिनिता अग्रवाल भी मौजूद थे।
इस घटना ने यह साबित कर दिया कि जब लोग दिल से किसी की मदद करने की ठान लेते हैं, तो ज़िंदगी को दोबारा एक मौका मिल सकता है। रोटी बैंक और सभी मददगारों को सलाम, जिनकी वजह से सिमरन की सांसें फिर से चल पाईं।