जमशेदपुर शहर में साफ-सफाई की बदहाल स्थिति को लेकर अब लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। स्थानीय विधायक श्री सरयू राय की अगुवाई में कदमा, सोनारी और बिष्टुपुर क्षेत्र के प्रमुख कार्यकर्ताओं ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि अगर 10 अगस्त तक सफाई और नागरिक सुविधाओं की व्यवस्था नहीं सुधरी, तो 11 अगस्त को जेएनएसी कार्यालय के बाहर कूड़े के साथ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
यह निर्णय रविवार को बिष्टुपुर में विधायक कार्यालय में आयोजित बैठक में लिया गया। इस बैठक में लोगों ने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की। कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे जेएनएसी (जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी) के अधिकारियों से कई बार मिल चुके हैं, लिखित शिकायतें भी दी गई हैं, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन मिला। और जो वादे किए गए, वो भी खोखले साबित हुए।
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बारिश में बीमारी का डर, लेकिन जेएनएसी बेफिक्र
बैठक में चर्चा हुई कि बरसात के इस मौसम में बीमारियों का खतरा बहुत ज्यादा होता है। लेकिन इसके बावजूद न तो फॉगिंग (धुआं देकर मच्छरों को भगाने की प्रक्रिया) हो रही है और न ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया जा रहा है। कई इलाकों में पानी जमा है और सफाईकर्मी नदारद हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है।
स्ट्रीट लाइटें बंद, अंधेरे में डूबे इलाके
बैठक में यह मुद्दा भी उठाया गया कि कई जगहों पर स्ट्रीट लाइटें खराब हो चुकी हैं, लेकिन अब तक उनकी मरम्मत नहीं हुई है। इससे शाम होते ही अंधेरा छा जाता है, जिससे लोगों को डर और असुरक्षा महसूस होती है।
कूड़े का साम्राज्य, डोर-टू-डोर सेवा फेल
डोर-टू-डोर कचरा उठाव के नाम पर जो योजना चलाई जा रही है, वो पूरी तरह से फेल हो चुकी है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, जिससे इलाके में बदबू और बीमारियां फैल रही हैं। कार्यकर्ताओं ने बताया कि जो सफाईकर्मी तैनात हैं, वो भी नियमित काम पर नहीं आते, जिससे सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है।
सवाल उठे: जेएनएसी को मिला अवार्ड किस बात का?
बैठक में यह सवाल भी उठाया गया कि जब जेएनएसी को सफाई के लिए पुरस्कार दिया गया है, तो फिर जनता नारकीय जीवन क्यों जी रही है? अगर अवॉर्ड सिर्फ दिखावे के लिए हैं और जमीन पर हकीकत कुछ और है, तो ऐसे अवॉर्ड का कोई मतलब नहीं रह जाता।
11 अगस्त को बड़ा विरोध प्रदर्शन
कार्यकर्ताओं ने निर्णय लिया है कि अगर 10 अगस्त तक स्थिति नहीं सुधरी तो 11 अगस्त को सुबह 10 बजे सैकड़ों लोग कूड़ा लेकर जेएनएसी कार्यालय का घेराव करेंगे और प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा, लेकिन प्रशासन को यह साफ संदेश देगा कि जनता अब और चुप नहीं बैठेगी।
बैठक में शामिल प्रमुख लोग
इस महत्वपूर्ण बैठक में सुबोध श्रीवास्तव, मुकुल मिश्रा, ललन द्विवेदी, भीम सिंह (भाजपा कदमा मंडल अध्यक्ष), राकेश सिंह (भाजपा बिष्टुपुर मंडल महामंत्री), नीरज सिंह, धर्मेंद्र प्रसाद, तारक मुखर्जी, मुन्ना सिंह, अजीत सिंह, अनुज चौधरी, रवि ठाकुर, चुन्नू भूमिज, राघवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ झुन्ना, शेषनाथ पाठक समेत कई सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
निष्कर्ष:
अब देखने वाली बात यह होगी कि जेएनएसी और संबंधित अधिकारी इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेते हैं। जनता की मांगें बिल्कुल बुनियादी और जरूरी हैं – साफ-सफाई, रोशनी और बीमारी से सुरक्षा। अगर ये भी नहीं मिलेगी तो लोकतांत्रिक तरीके से आवाज उठाना हर नागरिक का हक है।
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