जमशेदपुरःपावन सावन मास के मौके पर जमशेदपुर के पारडीह स्थित काली मंदिर से नवयुवक कांवरिया संघ का एक बड़ा जत्था शिवभक्ति के जोश और श्रद्धा के साथ बाबा बैद्यनाथ धाम की यात्रा के लिए रवाना हुआ। इस मौके पर माहौल “बोल बम” के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालु अपने कंधों पर कांवर लेकर बाबा भोलेनाथ के दरबार की ओर कूच कर गए।
यात्रा की शुरुआत से पहले एक विशेष विदाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और हर-हर महादेव सेवा संघ के संस्थापक अमरप्रीत सिंह काले और महंत विद्यानंद सरस्वती विशेष रूप से उपस्थित रहे। दोनों ने श्रद्धालुओं को अंगवस्त्र भेंट कर विधिवत रूप से यात्रा के लिए विदा किया।
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अमरप्रीत सिंह काले ने कांवरियों को संबोधित करते हुए कहा कि
बाबा धाम की यह यात्रा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आत्मशुद्धि और सेवा का मार्ग है। नवयुवक कांवरिया संघ के युवा भक्तों में भक्ति का जो उत्साह है, वह समाज के लिए प्रेरणा है। सभी भक्तों को शुभकामनाएं देता हूं और भगवान भोलेनाथ से यही प्रार्थना करता हूं कि आप सबकी यात्रा मंगलमय और सुरक्षित हो।
उन्होंने आगे कहा कि सभी कांवरियों को सावधानी से यात्रा करने, स्वच्छता बनाए रखने और सामूहिक अनुशासन का पालन करने की आवश्यकता है। यह यात्रा केवल एक निजी अनुभव नहीं बल्कि समाज और संस्कृति के लिए एक सकारात्मक संदेश भी है।
महंत विद्यानंद सरस्वती ने कांवरियों को आशीर्वाद देते हुए कहा –
बाबा बैद्यनाथ की यात्रा सिर्फ एक धार्मिक कार्य नहीं, बल्कि आत्मा को शुद्ध करने और जीवन को सकारात्मक दिशा देने की साधना है। नवयुवकों का यह समर्पण, अनुशासन और श्रद्धा समाज में धार्मिक चेतना और सामाजिक एकता को मजबूत करता है। बाबा की कृपा से यह यात्रा सभी के लिए पुण्यदायक हो।
इस बार कांवर यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं की सूची भी लंबी और उत्साह से भरी रही। जत्थे में जूगुन पांडे, आशुतोष बनर्जी, विभाष मजूमदार, मनीष सिंह, संजय संगी, रवि मंडल, अमित पोद्दार, सागर चौबे, शिव, अभिषेक पांडे, सूरज, बॉबी सिंह, मंगलू, ब्रजेश, खेमराज, जयराज, हाऊ, कल्लू, संतोष मांझी, प्रणय दास, सौरव रजक, विजय शर्मा, पिंटू, दीपक, गोपाल, सूरज पंडित, रॉबिन पोद्दार, शुभम, राहुल, अंशु, शंकर, जगदीश समेत कई अन्य शिवभक्त शामिल रहे।
सभी ने यात्रा की शुरुआत बड़े उत्साह और भक्तिभाव से की। कांवर यात्रा का यह जत्था न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक सौहार्द और युवाओं की सकारात्मक सोच का उदाहरण भी है।
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