गालूडीह (घाटशिला): रविवार की सुबह गालूडीह रेलवे कॉलोनी में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक बंद पड़े बाथरूम से तेज दुर्गंध फैलने लगी। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को खबर दी। जब पुलिस ने जांच की तो सामने आया कि क्वार्टर नंबर E 13/2 के उसी बाथरूम में 56 वर्षीय रेलवे कर्मचारी प्रबीर दास का गल चुका शव पड़ा था। इस भयावह दृश्य को देखकर इलाके में सनसनी फैल गई।
तीन दिन से थे लापता, परिजनों ने दर्ज कराई थी शिकायत
प्रबीर दास पिछले तीन दिनों से लापता थे। 31 जुलाई को उनकी सैलरी आई थी, और उसी दिन पत्नी सविता दास ने उनसे कार की EMI भरने की बात कही थी। इसी बात को लेकर दोपहर लगभग तीन बजे पति-पत्नी के बीच बहस हुई और प्रबीर दास घर से गुस्से में बाहर चले गए। इसके बाद वे दोबारा नहीं लौटे।
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परिजनों ने पहले खुद उन्हें रिश्तेदारों और आसपास के इलाकों में खोजा, लेकिन जब कुछ पता नहीं चला, तो गालूडीह थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
बदबू आने पर हुआ खुलासा, तीन महीने से बंद था बाथरूम
रेलवे क्वार्टर में दो बाथरूम हैं। इनमें से एक बाथरूम करीब तीन महीने से बंद पड़ा था। रविवार की सुबह जब उस बंद बाथरूम से तेज दुर्गंध आने लगी, तो पड़ोसियों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी।
पुलिस की मौजूदगी में जब उस बाथरूम का दरवाजा खोला गया, तो अंदर का नजारा दिल दहला देने वाला था। प्रबीर दास का शव बाथरूम के फर्श पर पड़ा था, और वह पूरी तरह सड़ चुका था।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव
घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी पुलिस और गालूडीह थाना पुलिस मौके पर पहुंची। घटनास्थल की जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए घाटशिला अनुमंडल अस्पताल भेजा गया। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि यह आत्महत्या थी या कुछ और। फिलहाल किसी तरह की चोट या संघर्ष के संकेत नहीं मिले हैं।
परिजनों पर टूटा दुखों का पहाड़, पत्नी और बच्चों की आंखों से नहीं थम रहे आंसू
घटना के बाद परिवार में गहरा मातम छा गया है। पत्नी सविता दास, बेटा राजा दास और बेटी रिंकी दास का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरा मोहल्ला इस दुखद घटना से सदमे में है।
स्थानीय लोगों में डर और चिंता
इस घटना से स्थानीय लोग भी डर और चिंता में हैं। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि घर में मौजूद लाश का तीन दिन तक पता न चल पाना बहुत खतरनाक संकेत है। लोग अब सुरक्षा और निगरानी की जरूरत महसूस कर रहे हैं।
निष्कर्ष:
गालूडीह की इस घटना ने न सिर्फ एक परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है, बल्कि समाज को भी यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अकेलेपन और पारिवारिक तनाव के बीच इंसान किस कदर टूट सकता है। पुलिस को अब यह पता लगाना होगा कि यह मामला आत्महत्या का है या इसमें कोई साजिश छुपी है।
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