चाकुलिया (जमशेदपुर ग्रामीण):चाकुलिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को एक अहम मासिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। इस बैठक में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHOs), एएनएम (महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता), ब्लॉक ट्रेनर (BTT) और सभी सहिया साथी मौजूद रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य जिले में चल रही स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना और कर्मचारियों को जरूरी प्रशिक्षण देना था।
बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य विभाग के ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर (BPM) ने की, जिन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रमुख स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी दी। इसमें एएनसी (गर्भवती महिलाओं की रजिस्ट्रेशन और जांच), टीकाकरण कार्यक्रम, परिवार कल्याण योजनाएं, एनीमिया मुक्त भारत अभियान, मलेरिया, टीबी और कुष्ठ रोग (लेप्रोसी) उन्मूलन योजनाएं, हिमस (HMIS – स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली), और आरसीएच (प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य) जैसे महत्वपूर्ण विषय शामिल थे।
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ओजीटीटी का प्रशिक्षण और आरकेएसके किट का वितरण
बैठक के दौरान संतोष कुमार ने मौजूद सभी स्वास्थ्यकर्मियों को ओजीटीटी यानी ओरल ग्लूकोज़ टॉलरेंस टेस्ट का प्रशिक्षण दिया। यह टेस्ट खासतौर पर गर्भवती महिलाओं में शुगर की जांच के लिए किया जाता है, ताकि समय रहते डायबिटीज का पता लगाया जा सके।
इसके साथ ही, टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा संचालित ‘मानषी प्लस’ कार्यक्रम के तहत 21 स्वास्थ्य केंद्रों की एएनएम को आरकेएसके यानी राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की किट दी गई। इन किटों के इस्तेमाल और उनकी प्रक्रिया को समझाने के लिए मानषी प्लस की कॉर्डिनेटर मंश्री साव ने स्वयं सभी को प्रशिक्षण दिया।
आयुष्मान आरोग्य शिविर का आयोजन
बैठक के साथ ही आयुष्मान भारत योजना के तहत एक आरोग्य स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमें कुल 144 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई। इसमें 13 गर्भवती महिलाओं की विशेष जांच चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुषमा किरण नाग द्वारा की गई।
प्रमुख उपस्थित लोग
इस बैठक और शिविर में कई प्रमुख अधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे –
- डॉ. राजेश कुमार
- सतीश कुमार वर्मा (प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक)
- मंश्री साव (मानषी प्लस कोऑर्डिनेटर)
- उत्पल शीट (डाटा एंट्री ऑपरेटर)
- महेंद्र साव (बीटीटी)
- सुशांत मंडल
- शंकर चंद्र मांडी
- साथ ही सभी सहिया साथी भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
जनहित में महत्वपूर्ण संदेश
यह बैठक और प्रशिक्षण कार्यक्रम इस बात का प्रतीक है कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में कितने गंभीर हैं। साथ ही यह भी दिखाता है कि स्वास्थ्यकर्मियों को समय-समय पर नई जानकारियों और तकनीकी प्रशिक्षण से लैस किया जा रहा है ताकि वे आम जनता को बेहतर सेवाएं दे सकें।
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