जमशेदपुर (गाढ़ाबासा):अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ द्वारा रविवार को सीपी समिति स्कूल, गाढ़ाबासा में सावन मिलन समारोह (Sawan Utsav) का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पारंपरिक संस्कृति, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक मेल-जोल का एक शानदार उदाहरण बना। महिलाओं और युवाओं ने इस समारोह में पारंपरिक परिधान पहनकर भाग लिया और सावन के इस खास मौसम को धूमधाम से मनाया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि थीं थाईलैंड में पावरलिफ्टिंग प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली स्नेह कुमारी, जिन्होंने अपनी प्रेरणादायक उपस्थिति से समारोह की गरिमा बढ़ाई। विशिष्ट अतिथि के रूप में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार शामिल हुए। समारोह की शुरुआत पारंपरिक नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुई, जिसमें विशेष रूप से शिव-पार्वती और राधा-कृष्ण की झांकियों ने लोगों का दिल जीत लिया।
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रैंप वॉक और Sawan Queen की घोषणा
कार्यक्रम की खास आकर्षण रही महिलाओं की रैंप वॉक प्रतियोगिता, जिसमें पारंपरिक परिधानों में सजी महिलाओं ने आत्मविश्वास और संस्कृति का अद्भुत संगम दिखाया। इस प्रतियोगिता में बेबी देवी ने सबका ध्यान खींचते हुए ‘Sawan Queen’ का खिताब जीता। चंपा देवी को दूसरा स्थान और तरुण देवी को तीसरा स्थान मिला।
महिला सशक्तिकरण पर प्रेरणादायक संदेश
मुख्य अतिथि स्नेह कुमारी ने अपने संक्षिप्त लेकिन प्रभावशाली भाषण में महिलाओं को प्रेरित करते हुए कहा,
“अपने चरित्र को सूरज जैसा बनाइए, ताकि लोग आपको देखकर अपनी नजरें झुका लें। ऐसा नहीं कि कोई चांद की तरह आपको निहारता ही रहे।”
उनकी बातों ने वहां मौजूद सभी महिलाओं और युवतियों को जीवन में आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनने का संदेश दिया।
नई युवा विंग की घोषणा
समारोह में गोंड आदिवासी संघ की युवा शाखा की भी घोषणा की गई, जिसमें बॉबी शाह को नेतृत्व सौंपते हुए 10 युवाओं की टीम बनाई गई। यह युवा विंग समाज में नई ऊर्जा और जिम्मेदारी के साथ काम करेगी।
अन्य महत्वपूर्ण उपस्थिति और आयोजन
इस कार्यक्रम का संचालन साहिल अस्थाना ने किया। मंच पर संघ अध्यक्ष दिनेश गोंड, नीतू कुमारी, सोहन शाह, हीरा देवी, अम्बे समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। जज की भूमिका में रीता पात्रो और अंजली श्रीवास्तव थीं, जिन्होंने रैंप वॉक में विजेताओं का चयन किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला समिति की बड़ी भूमिका रही, जिन्होंने पूरे आयोजन की देखरेख की और सुनिश्चित किया कि हर गतिविधि सुव्यवस्थित रूप से सम्पन्न हो।
निष्कर्ष
गोंड आदिवासी संघ द्वारा आयोजित सावन मिलन समारोह न सिर्फ एक सांस्कृतिक उत्सव था, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण, युवाओं की भागीदारी और परंपरा से जुड़े रहने का संदेश भी लेकर आया। इसमें समाज के हर वर्ग की भागीदारी दिखी, जिससे यह कार्यक्रम और भी खास बन गया।इस तरह के आयोजन समाज को जोड़ते हैं और आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़े रखते हैं।
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