जमशेदपुर में 28 जुलाई को ऐतिहासिक बनेगी सूर्य मंदिर की जलाभिषेक यात्रा, काशी की तर्ज पर होगी दिव्य महाआरती
जमशेदपुर:सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर में इस बार की तीसरी सोमवारी (28 जुलाई) पर होने वाली जलाभिषेक यात्रा को ऐतिहासिक रूप देने की तैयारी पूरी हो चुकी है। सूर्य मंदिर समिति ने इस आयोजन को खास और भव्य बनाने के लिए हर स्तर पर व्यवस्थाएं मजबूत कर दी हैं। अनुमान है कि इस आयोजन में करीब 21 हजार शिवभक्त शामिल होंगे। समिति के अनुसार, इस बार की यात्रा भक्तिमय माहौल, फूलों की वर्षा और भव्य झांकियों से सजी होगी।
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सुबह 7 बजे हरि मंदिर मैदान से शुरू होगी यात्रा
समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि सभी श्रद्धालु 28 जुलाई की सुबह 7 बजे बारीडीह स्थित हरि मंदिर मैदान में एकत्रित होंगे। वहां सुलतानगंज से लाए गए उत्तरवाहिनी गंगाजल से संकल्प और पूजन होगा। इसके बाद सभी भक्त कतारबद्ध होकर सूर्य मंदिर शिवालय की ओर रवाना होंगे, जहां वे भगवान शिव को जल अर्पण करेंगे।
यात्रा के पूरे मार्ग को भक्ति और सजावट का विशेष रूप दिया गया है। जगह-जगह तोरण द्वार बनाए गए हैं, गोलचक्करों को केसरिया ध्वजों से सजाया गया है और रास्ते पर फूलों की वर्षा व शीतल जल का छिड़काव किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को शुद्ध और सुखद वातावरण मिले। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए दो एम्बुलेंस और एक प्रशिक्षित मेडिकल टीम को तैनात किया गया है, जो हर पल सेवा के लिए तैयार रहेगी।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधाएं
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए यात्रा मार्ग पर 200 से अधिक सूर्यधाम सेवक मौजूद रहेंगे, जो यात्रियों की सहायता करेंगे। बाबा बैधनाथ धाम की तर्ज पर अरघा से जल अर्पण की व्यवस्था की गई है, जिससे व्रतधारी भक्तों को आसानी होगी।
जलाभिषेक के बाद सोन मंडप परिसर में सभी श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद वितरण की व्यवस्था होगी। इसके लिए 20 प्रसाद काउंटर और 15 जल काउंटर लगाए जाएंगे, ताकि किसी को असुविधा न हो।
संध्या में बनारस की तर्ज पर महाआरती
इस आयोजन की सबसे खास बात शाम 6:30 बजे सूर्यधाम परिसर में होने वाली भव्य महाआरती होगी, जो काशी के प्रसिद्ध घाटों की झलक देगी। इस अद्वितीय आरती के लिए विशेष रूप से बनारस से 15 अनुभवी कलाकारों की मंडली को आमंत्रित किया गया है। ये कलाकार पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन, शंख की गूंज, मंत्रोच्चार और सैकड़ों दीपों की ज्योति से ऐसा आध्यात्मिक वातावरण बनाएंगे, जिसमें हर भक्त खुद को प्रभु के और करीब महसूस करेगा।
महाआरती के दौरान शानदार आतिशबाजी भी की जाएगी, जो इस पावन अवसर को और भी खास बनाएगी।
प्रमुख लोग रहेंगे उपस्थित
इस आयोजन में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समिति के मुख्य संरक्षक रघुवर दास, विधायक पूर्णिमा साहू, और शहर के कई प्रबुद्ध नागरिक, माताएं-बहनें और हजारों शिवभक्त शामिल होंगे। समिति ने सभी श्रद्धालुओं से इस ऐतिहासिक यात्रा में शामिल होकर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने की अपील की है।
अनुशासन और सजावट पर खास ध्यान
समिति के सह कोषाध्यक्ष अमरजीत सिंह राजा ने बताया कि पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक लाइटिंग और फूलों से सजाया गया है। महासचिव अखिलेश चौधरी ने कहा कि समिति ने अनुशासन और श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए हर पहलू पर बारीकी से काम किया है।
निष्कर्ष:
28 जुलाई को सूर्य मंदिर से जुड़ी यह सामूहिक जलाभिषेक यात्रा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, अनुशासन और सेवा का एक भव्य उदाहरण बनने जा रही है। बनारस की तर्ज पर की जाने वाली महाआरती इस आयोजन को आध्यात्मिक रूप से और भी खास बना देगी। भक्तों के लिए यह दिन एक दिव्य अनुभव लेकर आएगा।
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